शब्दों के ताने बाने में जुड़ी भावनाओं की टूटी-फूटी अभिब्यक्ति.....
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Monday, December 31, 2012
बेटी
और जंगल
दोनो को बचाना है
बेटी है
तो कल है
जंगल से
खेत -खलिहान है
हवा है और जल है
सच मानो तो
बेटी और जंगल ही
हर समस्या का हल है।
- सुशील गैरोला
©2012
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